कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने 2017 के चुनावों में अकाली दल को बदनाम करने के लिए जो मिलीभगत की थी वह अब बेनकाब हो गई: सरदारनी हरसिमरत कौर बादल
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने 2017 के चुनावों में अकाली दल को बदनाम करने के लिए जो मिलीभगत की थी वह
शिअद-बसपा सरकार लोगों के लिए सामाजिक भलाई योजनाओं को फिर से शुरू करेगी
नथाणा/12फरवरी: पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने आज कहा है कि 2017 चुनावों के दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अकाली दल केा बदनाम करने के लिए हाथ मिलाया था , अब वह बेनकाब हो गया है।
भुच्चों मंडी से पार्टी प्रत्याशी दर्शन सिंह कोटफत्ता के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए बठिंडा की सांसद ने कहा कि दोनो पार्टियों को इस बात का अहसास हो गया है कि वे सरदार परकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं को प्रदान करने में सक्षम नही होंगें, इसीलिए उन्होने अकाली दल को बदनाम करने के लिए हाथ मिलाया था। उन्होने कहा कि लोगों के दिलों में नफरत की भावना पैदा करने के लिए उन दोनों द्वारा हमारे खिलाफ दुर्भाग्यपूर्ण अभियान चलाया गया था। उन्होने कहा कि दोनों पार्टिंयां लोगों को गुमराह करने में सफल रही और इसके परिणामस्वरूप कांग्रेस को राज्य में सत्ता मिली और आम आदमी पार्टी विपक्षी दल बन गई।
सरदारनी बादल ने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान आप पार्टी विपक्ष की भूमिका निभाने में विफल रही और यहां तक कि अरविंद केजरीवाल भी पिछले पांच सालों के दौरान इस बात पर आवाज नही उठाई कि कांग्रेस अपने वादों को पूरा क्यों नही कर रही है। इसी तरह भगवंत मान ने भी इस दौरान आवाज नही उठाई।
मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के बारे में बोलते हएु पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लगभग पांच साल तक कैबिनेट मंत्री रहने के बावजूद चन्नी ने अनुसूचित जाति यां कमजोर वर्गों के हक में एक बार भी आवाज नही उठाई। उन्होने कहा कि जब कांग्रेस सरकार द्वारा एस सी स्कॉलरशिप योजना बंद करने पर साढ़े चार लाख छात्रों का भविष्य तबाह हो गया, तब भी चन्नी चुप रहा। ‘‘वह तब भी चुप रहा जब लाखों नीले कार्ड काट दिए गए , जो गरीबों को सब्सिडी वाले राशन का अधिकार देता है। उन्होने किसी भी घोटाले के खिलाफ कभी एक शब्द नही बोला , चाहे वह केंद्रीय राशन घोटाला हो यां वैक्सीन घोटाला।
सरदारनी बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में चन्नी ने केवल खुद को समृद्ध करने पर ध्यान केंद्रित किया। ‘‘यह मुख्यमंत्री के भांजे द्वारा स्वीकार किए जाने के रूप में सामने आया है, जिसने स्पष्ट रूप से कहा कि 11 करोड़ रूपये के मामले में उनके पास से जब्त सोना , रेत माफिया से तथा साथ ही पोस्टिंग तथा तबादलों के लिए प्राप्त किया गया था। यह सभी जानते हैं कि पोस्टिंग केवल मुख्यमंत्री ही कर सकते हैं। सरदारनी बादल ने लोगों से आग्रह किया कि वे चन्नी के बहकावे में न आएं जिस तरह से उन्हे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने झूठी कसमें खाकर उन्हे ठगा गया था।
आम आदमी पार्टी के बारे में बोलते हएु सरदारनी बादल ने कहा कि पंजाबियों को यह समझना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल, जिस दिल्ली मॉडल को पंजाब में बेचने की कोशिश कर रहे हैं ,वह राज्य के लिए कयामत का कारण बन जाएगा। उन्होने कहा कि दिल्ली में कमजोर वर्गों को न तो बुढ़ापा पेंशन, शगुन योजना और न ही सब्सिडी वाला राशन मिल रहा है। ‘‘ यदि आप पार्टी की सरकार बनती है तो वह सरकार परकाश सिंह बादल द्वारा दिए गए सभी सामाजिक लाभों को बंद कर देगी ’’।
सरदारनी बादल ने अरविंद केजरीवाल के पंजाब विरोधी एजेंडे के बारे में भी बात की। उन्होने कहा कि आप संयोजक ने पंजाब की नदी जल को हरियाणा और दिल्ली में स्थानांतरित करने की मांग करते हुए एक हलफनामा दायर कर सुप्रीम कोर्ट में एक स्टैंड लिया था। उन्होने कहा कि शीर्ष अदालत में हलफनामा दायर कर पंजाब के थर्मल प्लांटों को बंद करने की मांग की थी, और किसानों को विभिन्न मजबूरियों के चलते पराली जलाने के कारण आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की थी। उन्होने कहा, ‘‘ ऐसी पार्टी पर कभी भी आपकी भलाई के लिए काम करने के लिए भरोसा नही किया जा सकता’’।